एक महान गणितज्ञमर्म-मर्म के मर्मज्ञविषय के ऐसे विशेषज्ञहर वक्तगणित के सवालों में खोए हुए रहते थेजगे हुए भी मानोसोए हुए लगते थे। भ्रकुटी फूल साइज में तनी हुईललाट पर सल पर सल दिखाई देते थे,मजाक है नाक पर मक्खी बैठ
यही हमारी दीवाली
दीवाली आ गईभारी अफसोसकई महंगी रस्मे निभानी होगीगमगीन मासूम चेहरों परभारी नकली मुस्कानें लानी होगी ढ़हने को व्याकुल खण्डहरों परडिस्टेम्पर करना होगाकाले तन तन मन को फिरसतरंगी वस्त्रों से ढकना होगाजल कर राख हो गए कभी केबुझे दिल से फिर
Kavi Amrit Wani Hasya KAvita : Audio
Bikau Cycle (Kavi Amrit Wani 09413180558) Bara Bind
कवि सम्मलेन : जोहर स्मृति संसथान चित्तोडगढ
कवि : अमृत ‘वाणी‘ चंगेरिया (कुमावत )कविता : मेवाड़ इतिहास (दोहा )कवि सम्मलेन : जोहर स्मृति संसथान चित्तोडगढदिनांक : 29-03-2011 कवि : अमृत ‘वाणी‘ चंगेरिया (कुमावत )कविता : बांरा बिन्दकवि सम्मलेन : जोहर स्मृति संसथान चित्तोडगढदिनांक : 29-03-2011 राजस्थान दिवस
एक नेता जी जमी जुमई दुकान
कवि अमृत वाणी की राजस्थानी कविता एक नेता जी जमी जुमई दुकान का कविता पाठ किशोर जी पारीक के साथ चित्तोडगढ मे
जमी जमाई दूकान
एक नेताजी की जमी जमाई दूकान असी खतम होगी ,किईं चुनाव में तो वांकी जमानत ही जप्त होगी । बाजार में मारा पग पकड़ बोल्या मर्यो कविराज ,ईं चुनाव में मारी ईं भारी हार को थोड़ो बताओ राज । में
नई का बेटा (कवि अमृत ‘वाणी’)
रचनाकार कवि अमृत’वाणी (अमृत लाल चंगेरिया कुमावत )रिकॉर्ड :- 19/2/2010
प्राईवेट मोटर
प्राईवेट मोटर मेंम्हारा सासरा कादो रूप्याई लागे ।पणसरकारी गाड़ी को कण्डक्टरआठ रूप्या मांगे ।। मूं बोल्योथू पैसा पूरा लेवेअनटिकट आदोई न देवे ।वो बोल्योअरे भोळा जीवइनै तो रोड़वेज की नौकरी केवे ।। मूं बोल्योसरकारी गाड़्या मेंअतरो भाव बढ़ग्यो ।ओरम्हारा ढाई
बिकाउ साईकिल
साथियोंसच एकअतिसुंदर साईकिलबिकाउ है साहब ।भगवान ही जानेकेरियर कहां परपेडल और पीछे का पहिया गायब ।। सुंदरसी सीट हैगजब की घण्टी हैकितनेग्यारह घण्टों की गारण्टी है ।अतितीव्र गति से चलतीवायु में उड़तीविषेशताएक्सीडेण्टबहुत जल्दि करती है ।। टूटा हुआ हेण्डल हैपहिले
नाई की दूकान
दूकान पर जाकर बोलेसुनलो नाई पुत्र नरेश ।आजजल्दि डाढ़ी बनादोगाड़ी पकड़नी है एक्सप्रेस ।। इसे उठादेहजामत की कुर्सी परमुझे बिठादे ।इनके पैसे भीमुझसे लेलेनामुझे जल्दि से जल्दि निपटादे ।। शर्माजी की शादी हैहमें बारात की बस में बैठना ।मनुहारें तो