चलो घूमे सुबह सुबह

सुबह चुनो शाम चुनलो , चाहो जितने फूल |खुश हो देवी देवता , देते हमको फूल ||देते हमको फूल , चलेंगे वंश हमारे |देव वृक्ष को पूज , धुल जाय पाप तुमारे ||कह ‘वाणी’ कविराज , चलेगी पुरवाई वह |रोग