कवि सम्मलेन : जोहर स्मृति संसथान चित्तोडगढ

कवि : अमृत ‘वाणी‘ चंगेरिया (कुमावत )कविता : मेवाड़ इतिहास (दोहा )कवि सम्मलेन : जोहर स्मृति संसथान चित्तोडगढदिनांक : 29-03-2011 कवि : अमृत ‘वाणी‘ चंगेरिया (कुमावत )कविता : बांरा बिन्दकवि सम्मलेन : जोहर स्मृति संसथान चित्तोडगढदिनांक : 29-03-2011 राजस्थान दिवस

प्राईवेट मोटर

प्राईवेट मोटर मेंम्हारा सासरा कादो रूप्याई लागे ।पणसरकारी गाड़ी को कण्डक्टरआठ रूप्या मांगे ।। मूं बोल्योथू पैसा पूरा लेवेअनटिकट आदोई न देवे ।वो बोल्योअरे भोळा जीवइनै तो रोड़वेज की नौकरी केवे ।। मूं बोल्योसरकारी गाड़्या मेंअतरो भाव बढ़ग्यो ।ओरम्हारा ढाई